कदम थक गए हैं इसलिए दूर निकलना छोड़ दिया
पर ऐसा नहीं है कि हमने चलना छोड़ दिया
फासले अक्सर मोहब्बत को बढ़ा देते हैं
पर ऐसा नहीं है कि हमने करीब आना छोड़ दिया
मैंने चिरागों से रोशन की हैं अक्सर अपनी राते
पर ऐसा नहीं है कि हमने दिल को जलाना छोड़ दिया है
दिख ही जाती है मायूसी मेरे दोस्तों को मेरे चेहरे पर
पर ऐसा नहीं है कि हमने मुस्कुराना छोड़ दिया ..............
bohut khub!
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